मेरी दुनिया
Saturday, August 13, 2011
स्वप्न
अभी तो सपने थे उनके इन आँखों में,
वो थे हमारे साथ हमारी बांहों में,
पर नजर लग गयी मेरी इस किस्मत को भी,
और ना जाने कहा से इतनी जल्दी से सहर हो गयी.
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